उत्तराखंड

DHAMI SPECIAL:क्लास मे मॉनिटरिंग करने के शौक ने राज्य का CM बना दिया,पढ़िए कुछ रोचक तथ्य,,


देहरादून। उत्तराखंड मुख्यमंत्री के रूप में पुष्करर सिंह धामी ने जुलाई 2021 में पद और प्रतिष्ठाथ की शपथ ली थी। पुष्कसर सिंह धामी 45 वर्ष की आयु में  उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं। पुष्कंर सिंह धामी बेहद साधारण व्यईक्तित्व  वाले नेता है जो युवाओं को खासा प्रभावित करता है। मुख्यवमंत्री पुष्केर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को हुआ। वह बेहद साधारण परिवार से आते हैं। उनके पिता भारतीय सेना में थे। पुष्ककर सिंह धामी साइकिल पर स्कूील जाते थे। वहीं उन्हें  क्लाकस मॉनीटर बनने का बहुत शौक था। आज शुक्रवार को सीएम धामी का जन्म्दिन है तो आइए जानते हैं उनके बारे में ऐसे ही कुछ रोचक किस्से…

मुख्य्मंत्री पुष्कोर सिंह धामी के पिता का नाम स्वर्गीय शेर सिंह धामी है जो क‍ि पूर्व सैनिक थे। उनकी माता का नाम बिशना देवी है। उनकी पत्नीर का गीता धामी और उनके दो बेटे हैं। जिनके नाम क्रमश: दिवाकर और प्रभाकर है। मुख्यूमंत्री पुष्कतर सिंह धामी का जन्मक पिथौरागढ़ के हड़खोला, कनालीछीना में हुआ है। वर्तमान में वह अपने परिवार केसाथ खटीमा में रहते हैं। पुष्कुर सिंह धामी के साथ पढ़ाई करने वाले उनके मनोज सिंह राणा बताते हैं कि वह बचपन से ही मेहनती थे। हाईस्कूल से आगे की पढ़ाई उन्हों ने खटीमा के थारू राजकीय इंटर कॉलेज से की है। इस दौरान पुष्क र सिंह धामी और उनके अन्यआ दोस्तह साइकिल से स्कूाल जाया करते थे। सभी दोस्ते पुष्कयर सिंह धामी के घर के आगे एकत्र होते थे और यहीं से साथ में स्कू ल जाते थे। धामी पढ़ाई में बहुत तेज थे। वह बहुत जल्दी लोगों से घुलमिल जाते थे और दोस्ती करने में भी माहिर थे। उन्हे क्लास मॉनीटर बनने का बहुत शौक था।

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पुष्कर सिंह धामी की शैक्षिक योग्यता:

      लखनऊ विश्वविद्यालय से पीजी डिप्लोमा (मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध) किया।

      बीए, एलएलबी एवं डीपीए (डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) भी किया।

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राजनीतिक अनुभव:

      आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षित स्वयंसेवक बने।

       दो वर्ष लखनऊ विश्वविद्यालय से प्रांतीय स्तर तक दायित्वधारी कार्यकर्ता रहे।

      अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में 10 साल तक कार्य किया।

      लगातार दो बार 2002 से 2008 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष रहे)।

     2001 से 2002 तक उत्त8राखंड मुख्युमंत्री विशेष कार्याधिकारी रहे।

      2010-2012 तक शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड शासन उपाध्यक्ष रहे और राज्यमंत्री दर्जा मिला।

      2012-2017 तक खटीमा विधायक रहे।

      2017-2022 तक खटीमा विधायक रहे।

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     2016 से 2021 तक उत्तराखंड भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।

       4 जुलाई 2021 से 11 मार्च 2022 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे व 11 मार्च 2022 को इस्तीफा दे दिया।

    21 मार्च 2022 को भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता चुने गए और दोबारा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने।

पसंद है पारंपरिक पहाड़ी भोजन का स्वााद

खाने में उन्हेंक उत्त राखंड का पारंपरिक पहाड़ी भोजन पसंद है। वहीं उन्हेंत घूमने का भी बहुत शौक था। धामी में बचपन से ही टीम भावना थी। वह सबको साथ लेकर चलने थे। वह बेहद शांत स्विभाव के थे, इसी कारण कॉलेज में उनका कभी किसी से झगड़ा नहीं हुआ। वह हमेशा अपने दोस्तोंक की मददके लिए आगे रहते थे। दूसरों की गलतियों के लिए वह खुद डांट खा लेते थे।

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