देहरादून। उत्तर भारत में मंगलवार देर रात आए भूकंप के झटकों के बाद बुधवार की सुबह भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसी के साथ 6.3 की तीव्रता से भूकंप के झटकों से उत्तराखंड की धरती भी कांप गई। हालांकि अभी तक कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं आई है, लेकिन बार-बार आ रहे झटकों से लोगों में दहशत है।
बड़े खतरे का संकेत हैं भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 9 नवंबर की देर रात करीब 1: 57 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। देर रात 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी। भूवैज्ञानिकों का भी मानना है कि बार-बार आ रहे झटके बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैं।
सुबह-सुबह भूकंप से डोली कुमाऊं की धरती
पिथौरागढ़ में आज बुधवार को दोबारा सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप सुबह करीब 6.27 बजे आया। इसकी तीव्रता 4.3 मैग्नीट्यूड रही। भूकंप से नुकसान की कोई खबर नहीं है। उधर, भूकंप से अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के भंटी गांव के कुछ मकानों में दरारें पड गईं।
रात 1.57 बजे आया भूकंप
देहरादून सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में रात 1.57 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में भी भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। जानकारी के अनुसार, ऊखीमठ, जखोली, अगस्त्यमुनि विकास खंड में 1 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटका उस समय आया जब लोग गहरी नींद में थे। शहर के कई स्थानों पर लोग घरों से बाहर निकल आए। वहीं, घरों की खिड़कियों को भी हिलता हुआ महसूस किया गया। नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलाजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल में था।