मसूरी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए डीजीपी को दोषी मानते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा की अंकिता भंडारी के साथ कई ऐसे अपराध प्रदेश में हुए हैं, जिनका खुलासा आज तक नहीं हो पाया। यह सब बीजेपी की विफलता है, जिसके आधार पर डीजीपी को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि डीजीपी के द्वारा अपराधियों के साथ आंदोलनकारियों को भी जोड़ दिया है। आंदोलनकारियों द्वारा अपनी मांगों का लेकर किये जा रहे आंदोलन को लेकर उन्होंने पुलिस को सख्ती से निपटने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि डीजीपी द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धमकी दी जा रही हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि डीजीपी हिटलर नहीं है और पुलिस की लाठी का जवाब कांग्रेस कार्यकर्ता गुलाब से देंगा। उन्होंने डीजीपी को नकारा और नाकामयाब बताते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को चौपट करने में डीजीपी का अहम योगदान है। इस बात की तस्दीक हाल में नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट ने की है, जिसमें सामने आया है कि 2021 में 3,431 महिला उत्पीड़न के केस है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के हत्याकांड में पुलिस द्वारा सबूत मिटाए गए हैं क्योंकि अंकिता भंडारी में लिप्त वीआईपी को बचाया जाना है।