देश में अब कारें ना पेट्रोल, ना डीजल या सीएनजी, ना ही बैटरी पर चलेंगी बल्कि अब आने वाले समय में कारें गाय के गोबर से चलेगी। जी हां, ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी मारुति सुजुकी अब एक ऐसी टेक्नोलॉजी ला रही है जिससे अब आने वाले समय में कारें गोबर पर चलेंगी।
बता दें कि बढ़ते पॉल्यूशन और महंगी टेक्नोलॉजी से निपटने के लिए कंपनी एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। ये प्रोजेक्ट गाय के गोबर की मदद से कारों को चलाने का है। इसके लिए कंपनी बायोगैस का इस्तेमाल करेगी और इस बायोगैस का निर्माण गाय के गोबर से किया जाएगा।
भारत में कार्बन एमिशन होगा कम
कंपनी के अनुसार भारत में बायोगैस ना सिर्फ कार्बन एमिशन को कम करने में योगदान देगा, बल्कि आर्थिक तौर पर भी विकास को बढ़ावा देगा। कंपनी बायोगैस को इसी के साथ आने वाले समय में अफ्रीका, आसियान और जापान सहित कई देशों में शुरू करने और निर्यात करने की योजना भी बना रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों का होगा बड़ा योगदान
ग्रामीण क्षेत्रों का इसमें एक बड़ा योगदान होगा। बता दें कि देश के गांवों में खासकर डेयरी अपशिष्ट की मात्रा ज्यादा होती है और इसकी मदद से बायोगैस का निर्माण आसानी से किया जा सकता है। कंपनी ने बताया कि इसके लिए सुजुकी ने भारत सरकार के नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड और बनास डेयरी के साथ एमओयू भी साइन किया है।
टेक्नोलॉजी के डवलपमेंट के लिए जापान में निवेश
इसके साथ ही टेक्नोलॉजी के डवलपमेंट के लिए कंपनी ने जापान में गाय के गोबर से बायोगैस बना बिजली उत्पादन करने वाली कंपनी फुजिसन असागिरी बायोमास में भी निवेश किया है और उनके साथ मिल कर टेक्नोलॉजी को बनाने पर काम चल रहा है।