उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध चारधामों की तीर्थ यात्रा की प्रतिक्षा समाप्त हो गई है। 22 अप्रैल को खुल रहे गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट के लिए आज चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए आज तीर्थनगरी ऋषिकेश से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। यात्रा का श्रीगणेश करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे और तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। बता दें कि चारधाम यात्रा का संचालन करने वाली प्रमुख संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से यात्रा के शुभारंभ पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
पहले दिन 40 से 50 वाहन रवाना
चारधाम यात्रा को लेकर इस वर्ष तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है। अब तक करीब 15.80 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। यात्रा शुरू होने के साथ ही तीर्थनगरी ऋषिकेश में विभिन्न प्रांतों के यात्रियों का पहुंचने का क्रम भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए गुरुवार की देर सायं तक संयुक्त रोटेशन की करीब चालीस बसों की बुकिंग हो चुकी थी। शुक्रवार को यह संख्या और भी अधिक बढ़ सकती है। संयुक्त रोटेशन ने इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए 1500 बसों का बेड़ा तैयार किया है। जिसमें विभिन्न श्रेणियों के वाहन उपलब्ध हैं।
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की महत्वपूर्ण यात्रा है। चारधाम यात्रा में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु धामों के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। इस वर्ष 22 अप्रैल को अक्षय तृतीय पर्व पर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुल रहे हैं। जबकि तीन दिन बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम व 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे।