आज शनिवार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीय के अवसर पर गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। गंगोत्री के कपाट दोपहर 12:13 मिनट पर और यमुनोत्री के कपाट 12:41 मिनट पर खुलेंगे। इसी के साथ ही आज से चारधाम यात्रा का भी आगाज हो जायेगा।
दर्शन के लिए दिए जायेंगे टोकन
इस बार चारधाम यात्रा के लिए शासन-प्रशासन ने चाकचौबंद व्यवस्थाएं करने का दावा किया है। इसके तहत इस बार धामों में दर्शन के लिए इस बार श्रद्धालुओं को टोकन दिए जायेंगे। दरअसल, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को धाम में पहुंचने पर दर्शन के लिए टोकन मिलेंगे। जिसमें श्रद्धालुओं को दर्शन करने का समय दिया जाएगा। इससे यात्रियों को लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। पहली बार पर्यटन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा व भीड़ नियंत्रण के लिए चारों धामों में कतार प्रबंधन व्यवस्था को लागू किया जा रहा है।
चार स्थानों पर होगा सत्यापन
चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण का सत्यापन चार स्थानों पर किया जाएगा। यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य है। कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन के वापस न लौटे, इसके लिए पर्यटन विभाग ने ऑफलाइन पंजीकरण की अतिरिक्त व्यवस्था की है। ऋषिकेश में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पंजीकरण के चार काउंटर बढ़ाए गए हैं। पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के पंजीकरण का सत्यापन सोनप्रयाग में किया जाएगा। जबकि बदरीनाथ के लिए पांडुकेश्वर, यमुनोत्री के लिए बड़कोट, गंगोत्री धाम जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण का सत्यापन हिना में होगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर
- पर्यटन विभाग का चारधाम कंट्रोल रूम-0135-2559898, 255627चारधाम टोल फ्री नंबर- 0135-1364, 0135-3520100
- आपदा प्रबंधन कंट्रोल सेंटर-0135-276066, टोल फ्री नंबर-1070
- पुलिस कंट्रोल रूम-100, 112
- स्वास्थ्य व एंबुलेंस सेवा-104, 108