देहरादून। इस साल 14 नवम्बर को आ रही इगास बग्वाल की छुट्टी राजकीय वर्ग के लोग 15 नवम्बर को मनाएंगे। यह आदेश धामी सरकार ने कर दिए हैं। जिसे पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री उत्तराखंड की बुद्धिजीविता का परिचय माना जा रहा है।
दरअसल 10 नवंबर को छठ पूजा की छुट्ठी घोषित होने के बाद, बहुसंख्य वर्ग के लोगों ने प्रदेश में 14 को आने वाली पहाड़ की संस्कृति को संजोने वाली इगास बग्वाल पर भी सरकारी छुट्टी करने के लिए जोर मार दिया। इस मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास बग्वाल की छुट्ठी की घोषणा कर दी। अब यंहा थोड़ा भाजपा की सत्ता का माइलेज बढ़ता देख विपक्ष व्यंग ने कसने शुरू कर दिए कि मुख्यमंत्री ने रविवार के दिन इगास बग्वाल की छुट्टी कर दी है। सोशल मीडिया से लेकर कई प्लेट फॉर्म पर भाजपा सरकार पर व्यंग कसे जाने लगे।
पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने इगास की छुट्ठी की नोटिफिकेशन पर जोर दिया।
यंहा भाजपा सरकार ने बुद्धिजीविता का परिचय देते हुए अब 15 को इगास बग्वाल की छुट्टी के आदेश जारी कर दिये हैं।