“उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मॉडल: 10 नए निजी विश्वविद्यालय और 3 मेडिकल कॉलेज होंगे खुलेंगे
उत्तराखंड राज्य शिक्षा क्षेत्र में एक मॉडल के रूप में विकसित हो रहा है। इसके तहत, राज्य में 10 नए निजी विश्वविद्यालय और तीन नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। इस लिए, निवेशकों को स्कूल और विश्वविद्यालय के लिए जमीन का चयन अपनी इच्छा के अनुसार करना होगा, जिसके लिए सरकार बिजली, पानी, और सड़क सुविधा प्रदान करेगी। इसके साथ ही, 25 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। यह जानकारी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दी और उन्होंने इसे उत्तराखंड में शिक्षा सामर्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किए गए इन्वेस्टर्स समिट के तहत बताया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिक्षा मंत्री ने समिट में निवेशकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार निवेशकों को हर संभावित सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने निवेशकों को प्रेरित किया है कि वे पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी, आदि पर्वतीय जिलों में निवेश करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2024 तक उत्तराखंड में पांच लाख बच्चे अन्य राज्यों से पढ़ाई के लिए आएं, जबकि एक लाख विदेशी बच्चे यहां पढ़ाई करें। स्कूल और विश्वविद्यालय के लिए ज़मीन का चयन निवेशकों को करना होगा, और सरकार बिजली, पानी, और सड़क सुविधा प्रदान करेगी, साथ ही 25 प्रतिशत सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने देश की शिक्षा व्यवस्था को नया स्वरूप प्रदान किया है और राज्य ने इसे प्रभावी रूप से लागू भी किया है। राज्य के 200 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में 08 ट्रेड में व्यवसायिक शिक्षा दी जा रही है तथा 331 विद्यालय में प्रक्रिया अंतिम चरण पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के माध्यम से राज्य के उच्च शिक्षण संस्थाओं में शोध गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों और शोधार्थियों को 18 लाख रुपए तक का शोध अनुदान दिया जा रहा है। वर्तमान में 22 निजी विश्विद्यालय सहित 275 निजी महाविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं।
उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगोली ने कहा कि राज्य में सभी बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ ही शिक्षा की पहुंच सुलभ हो इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में विद्यालय, उच्च और तकनीकी का समेकित विकास हो, इसके लिए निजी और सरकारी संस्थानों को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा। सत्र में सचिव रविनाथ रमन, शूलिनी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो0 अतुल खोसला, संपर्क फाउंडेशन से विनीत नय्यर, यूपीएस के चांसलर डॉक्टर सुनील राय, दून स्कूल के चेयरमैन अनूप सिंह बिश्नोई, शारदा यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रदीप कुमार गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।