सर्दी में बेघरों के लिए रैनबसेरों की सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 1.35 करोड़ धनराशि जारी की
उत्तराखंड में ठंड का कहर और बढ़ रहा है, जिसके कारण बेसहारा और बेघर लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इस परिस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद, 1.35 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की गई है, ताकि बेहद आवश्यक सहारा प्रदान किया जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले मंगलवार को देर सायं देहरादून शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण के साथ आईएसबीटी के समीप स्थित मलिन बस्ती में रह रहे लोगो का हालचाल जाना तथा वहां की व्यवस्थाओं को परखा तथा लोगों को कंबल आदि वितरित किये। Dhami government released Rs 1.35 crore मुख्यमंत्री ने आईएसबीटी की व्यवस्थाओं का भी़ जायजा लिया तथा वहां भी बेसहारा लोगों को कंबल वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों एवं नगर आयुक्तों को प्रदेश में बेसहारा एवं बेघर लोगों को सर्दी से बचाव की कारगर व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आपदा प्रबंधन सचिव डॉ रंजीत कुमार सिन्हा ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी को एक करोड़ 35 लख रुपए जारी किए हैं। साथ ही, इस संबंध में शासनादेश भी जारी किया है।
शासनादेश के अनुसार, इस धनराशि का इस्तेमाल राज्य में शीतलहर के प्रकोप से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के साथ ही निःशुल्क कम्बल वितरण, रैनबसेरों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में किया जायेगा। हरिद्वार जिलाधिकारी की ओर से अलाव जलाने, निशुल्क कम्बल वितरण और रेनबसेरों में व्यवस्थाएं करने के लिए 15 लाख रुपए जारी करने की मांग की गई थी। ऐसे में इस भीषण ठंड से लोगों को बचाने के लिए राज्य आपदा मोचक निधि मद के रिस्पांस और रिलीफ मद से एक करोड़ 35 लाख रुपए सभी जिलाधिकारियों के लिए जारी किए गए हैं। जिसके तहत पौड़ी जिले को 15 लाख और बाकी जिलों को 10-10 लाख रुपए जारी किए गए हैं। बता दें शीतलहर के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था को लेकर गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने भी निर्देश जारी किए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने इस बाबत निर्देश जारी करते हुए बजट भी जारी कर दिया है।