देश- राष्ट्रपति के चुनाव होने है। जिसकी तैयारियां की जा रही है। लेकिन इन चुनाव से पहले बीजेपी की टेंशन बढ़ती जा रही है। बीजेपी को पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक बड़े झटके मिल रहे है। बताया जा रहा है कि बंगाल भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले दिनों ही कद्दावर नेता और सांसद अर्जुन सिंह ने पार्टी छोड़ दी थी। अब हाईकमान को प्रेसिडेंट इलेक्शन में विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने का डर सता रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार बंगाल में जून 2021 से अब तक, यानी 11 महीने में 7 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें मुकुल रॉय, विश्वजीत दास जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। इसके अलावा, 2 सांसद बाबुल सुप्रियो और अर्जुन सिंह भी पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। बताया जा रहा है कि पिछले साल इसी समय जब बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो बीजेपी के 77 विधायक जीते। लेकिन कुछ ही महीने बाद बीजेपी के विधायक टूटने शुरू हो गए। हाल ही में विधायक कृष्ण कल्याणी, विश्वजीत दास बीजेपी छोड़ चुके हैं। मार्च महीने में बीजेपी से निलंबित बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार भी टीएमसी में शामिल हो गए थे।
वहीं बताया जा रहा है कि बंगाल भाजपा में मची आपसी खींचातानी को खत्म करने के लिए भाजपा हाईकमान भी लगातार एक्टिव है। पिछले दिनों अमित शाह के दौरे के बाद अब जेपी नड्डा का प्रोग्राम रखा गया है। नड्डा 6-7 जून के आसपास बंगाल जा सकते हैं, जहां पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। वहीं शाह ने पिछले दिनों मीटिंग में नेताओं को ममता के संघर्ष से प्रेरणा लेने की सलाह दी थी।