देहरादून। पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में चैतन्य रथ उनके जन्म स्थान छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश से भारत भ्रमण करते हुए विभिन्न राज्यों से होते हुए सहज योग का प्रचार प्रसार करते हुए उत्तराखंड राज्य में बीते दिनों प्रवेश कर गया था। देहरादून पहुंचने पर चैतन्य रथ का सहजयोगियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया रंग बिरंगे पारंपरिक परिधानों में बड़ी संख्या में सहजयोगी द्वारा उत्साह पूर्वक फूल माला के साथ रथ का स्वागत किया गया।
बता दें कि देहरादून के मुख्य ध्यान केंद्र गलजवाडी गंगोल पंडित वाडी में माताजी के चैतन्य रथ को ले जाया गया आरती की गई और भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी गई देहरादून में 26 मई 2022 को चैतन्य रथ के पहुंचने पर शानदार कार्यक्रम हुए इसी कड़ी में दिनांक 27 मई 2022 को सेलाकुई स्थित मॉडल जूनियर हाई स्कूल तेलपुरा में जन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 50 नए साधकों द्वारा आत्म साक्षात्कार प्राप्त किया गया।
जबकि दिनांक 28 मई 2022 को प्रेम नगर श्याम पुर में दुर्गा मंदिर में सहजयोग के जन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 80 साधकों द्वारा आत्म साक्षात्कार की अनुभूति की गई इसी क्रम में आज किशन नगर चौक स्थित आत्माराम धर्मशाला में नए साधकों के लिए जन कार्यक्रम शाम को 4:30 बजे किया गया जिसमें लगभग 70 नए सत्य के साधकों द्वारा सहज योग ध्यान के द्वारा आत्म साक्षात्कार की अनुभूति की गई। इससे पूर्व चैतन्य रथ रविवार की सुबह किशन नगर चौक राजेंद्र नगर एकौलागढ़ होते हुए इंदिरा नगर कॉलोनी से द्रोण पुरी जीएमएस रोड पहुंचा और सहज योगियों द्वारा पर्चे बांटकर सहज योग का प्रचार किया गया। जिसका नए साधको द्वारा स्वागत किया गया और बड़ी संख्या में सहजयोग के ध्यान को समझ कर उसकी प्रचित्ति कर आगे भी उसको अपनाने का प्रण लिया गया।
-जानिए क्या है सहज योग-
“सहजयोग मानव के कल्याण हेतु वर्ष 1970 से कार्य कर रहा है एवं विश्व में 140 से अधिक देशों में इस जन जागरण के माध्यम से लाखों लोगों ने शारीरिक र मानसिक एवं भावनात्मक समस्याओं से छुटकारा पाकरण अपने जीवन को वास्तव में सुखमय व आनंदमय बना लिय प०पू० श्री माता जी निर्मला देवी जी द्वारा सहज में ही मनुष्य में स्थित कुंडलिनी शि जागरण को सहज में ही जागृत करना संभव कर दिया गया जिसकी प्रचीति प्रत्येक अपने सूक्ष्म शरीर के नाड़ी तंत्र पर कर सकता है। कुछ दिनों के अभ्यास से ही इसका प्र. स्वयं ही सिद्ध हो जाता है। सहजयोग पूर्णतः निशुल्क है एवं सभी जातिए धर्म संप्रदाय व आयु इत्यादि की सीमाओं से ऊपर है। कोई भी मनुष्य इसे आसानी से प्राप्त कर सकता है। अर्थात “सहजयोग” भारतीय संस्कृति के मूल सिद्धांत सर्व धर्म समभाव को समस्त मानव मात्र में स्थापित करने में सम्पूर्ण विश्व में कार्यरत है। आज के वातावरण में तनाव व अवसाद (डिप्रेशन) से ग्रसित • मनुष्य को भी सहजयोग से पहले ही दिन से अत्यंत लाभ का अनुभव हुआ है। फिर चाहे वह किसी भी उम्र का व्यक्ति क्यों न हो। युवा वर्ग के सर्वांगीण विकास में सहजयोग पद्धति से ध्यान करने के अभूतपूर्व सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। सहजयोग विधि से ध्यान धारणा के लिए किसी प्रकार की कोई पूर्वशर्त नहीं है।
इस अवसर पर नगर समन्वयक मंगल सिंह तोमर राज्य समन्वयक सतीश सिंघल, राज्य युवा शक्ति समन्वयक डॉक्टर रोमिल भटकोटी, पी एस पाल राजेंद्र सिंह, राजेंद्र बिष्ट, हेमा चुफाल, विनय, आयुषी बिष्ट तथा बड़ी संख्या में सहजयोगि उपस्थित थे।
रोमिल भटकोटी ने बताया कि कल दिनांक 30 मई 2022 धर्मपुर, गढ़वाली कॉलोनी, मोहिनी रोड, मोहकमपुर, मोथोरोवाला बंजारावाला के आसपास के क्षेत्रों में नए साधकों के लिए जन कार्यक्रम किया जाएगा तथा नए साधकों के लिए नेहरू कॉलोनी में सिगनेचर टावर बी ब्लॉक में जन कार्यक्रम किया जाएगा जिसमे निशुल्क आत्म साक्षात्कार दिया जाएगा और सहज योग ध्यान सिखाया जाएगा।