ऋषिकेश। पिछले 50 दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे युवा एवं राज्य आंदोलनकारी महिलाओं ने आज कैबनेट मंत्री एवं स्थानीय विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल के घर का रुख कर दिया,दरअसल अंकिता भण्डारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी के नाम उजागर करने,उक्त मामले मे सीबीआई जांच की माँग और विधानसभा भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्यवाही की माँग को लेकर पिछले पचास दिनों से युवा न्याय संघर्ष समिति ऋषिकेश मे धरने पर बैठी है,लेकिन अभी तक सिस्टम की लापरवाही से कोई सुनवाई नहीं हुई है, वंही आंदोलनकारी हैं कि अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और रोज कोई न कोई नए तरीको को अपना रहे हैं ताकि उनकी मांगो पर शासन प्रशासन कोई सुनवाई करे। आज धरने पर अपना समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार जन विरोधी नीतियों पर काम कर रही है छलिए का रूप धारण करके इनके नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं।
वंही इससे पूर्व आज आंदोलनकारी महिलाओं ने हाथों मे गुलाब का फूल लेकर अपना रुख भाजपा सरकार के वर्तमान ऋषिकेश विधायक एवं कैबनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के आवास की ओर कर दिया। यंहा वह उनकी धर्म पत्नी से मुलाक़ात करने पहुंचे थे लेकिन इसकी भनक लगते ही उनके सुरक्षा कर्मियों ने दरवाजा बंद कर दिया। जिसके बाद आंदोलनकारी महिलाओं ने इसके विरोध मे उनके आवास के पास ही जमकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
बहरहाल आमरण अनशन पर बैठे जयेंन्द्र रमोला,संजय सिल्सवाल,जितेन्द्र पाल पाठी,यशवन्त रावत,सूरज कुकरेती ने कहा कि ज़ब तोड़ेगा नहीं तब तक छोड़ेगा नहीं के डायलॉग को चरितार्थ करते हुए न्याय नहीं मिल जाने तक संघर्ष जारी रहेगा।