देवभूमि। ऋषिकेश के विश्वप्रसिद्ध स्थल त्रिवेणी घाट की खराब होती व्यवस्था पर शहर के आम नागरिकों में काफी नाराजगी है। जिसे लेकर शहर के आम नागरिक तो परेशान हैँ ही यहां पहुंचने वाले पर्यटक व श्रद्धालु भी काफी दिक्कत महसूस करते हैं।
ऐसे में शहर के आम लोग आए दिन सोशल मीडिया के जरिए इस परेशानी को ऋषिकेश विधायक व शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व मेयर अनीता मंमगाई के सामने रखते हैं। सोमवार शाम को शहर के ऋषिकेश के युवा नागरिक दीपक पुरोहित ने सोशल मीडिया पर अपनी भावुक पोस्ट के जरिए त्रिवेंणी घाट का हाल बताया तो ऋषिकेश प्रेमी और आस्थावान व्यक्तित्वों का इसे काफी समर्थन मिला।
आइए आप भी “ठेठ पहाड़ी न्यूज” के माध्यम से त्रिवेंणी घाट की व्यवस्था सुधार में अपना समर्थन दें, जिससे न सिर्फ हमारे शहर की छवि बेहतर होगी बल्कि पर्यटक व श्रद्धालु भी यहां से खुश होकर जाएंगे।
-दीपक पुरोहित की पोस्ट…
ऋषिकेश विधायक व शहरी विकास मंत्री Prem Aggarwal जी व ऋषिकेश मेयर Anita Mamgain जी, आपसे निवेदन है कि ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट को देहरादून का पलटन बाजार बनाने की योजना रोकें। हमारे शहर की सड़कों के बाद अब खुले त्रिवेणी घाट पर भी जाम लग रहा है। यहां पैदल चलने की जगह नही बची है। दो लोग बिना टकराये नही चल पाते। आप वीआईपी हैं तो आपसे कोई टकराता नही। पर आम महिलाएं व युवतियां टकराने वालों से परेशान हैं।
हर दो कदम पर फूल, चाट पपड़ी, गोलगप्पे और न जाने क्या क्या बेचने वालों की लाइन लग गयी है। यहां लोग आरती और गंगा किनारे सैर का मजा लेने आते हैं। मुम्बई का जुहू बीच घूमने नही। अगर आपको इन गरीबों के रोजगार की चिंता है तो इनके लिए एक जगह तय कीजिये, इन लोगों से होने वाली वसूली रुकेगी, निगम को कुछ आमदनी भी होगी। भिखारियों के लिए आश्रय की जगह भी तय करें, जिससे कि इन्हें भी चलते रास्ते के बीच पसरने की जरूरत न पड़े।
यहां गंगा आरती को आने वाली बड़ी असामियों की बड़ी गाड़ी बीच घाट पर पार्क करवाने वाले, गंगा आरती सभा के लोगों को चेतावनी जारी होनी चाहिए। आखिर शहर के आम लोगों व पर्यटकों की सहूलियत भी मायने रखती है। वैसे जो 20 कदम दूर पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर पैदल नही चल सकता, उसे यहां आना भी नही चाहिए। घाट सुंदर बनाने के नाम पर अनियोजित निर्माण में स्पेस बर्बाद हो रहा है, देखा जाना चाहिए।
अतिक्रमण तो आप हटा नही पाएंगे, इसलिए आरती स्थल के अलावा आसपास के घाट की सफाई की व्यवस्था बेहतर करवा दें, इससे शहर के आम लोगों को अच्छा लगेगा। उम्मीद है आप इस और ध्यान देने का कष्ट करेंगे। यदि माननीय मेरी अपील न पढ़ पाएं तो उनके कोई खास राइट या लेफ्ट हेंड, कोई सेकंड हैंड या शहर के कोई विचारक, समाजसेवक, चिंतक आदि व्यक्ति उन तक बात पहुचने की कृपा करेंगे।