नासिक: मुंबई के नाका थाने से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर के निजि गोदाम में मानव अंगो से भरा कंटेनर मिला है। जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। घटना नासिक की एक रिहायशी सोसाइटी की है। मंगलवार देर रात 15 साल से बंद दुकान के अंदर से बॉडी के कटे हुए पार्ट्स मिले हैं। इनमें 8 कान, एक मस्तिष्क और दो आंखें शामिल हैं। रविवार शाम को दुकान से आ रही बदबू की शिकायत के बाद यहां छापा मारा गया और यह बरामदगी हुई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार घटना नासिक शहर के हरि विहार सोसाइटी की है। खास यह है कि यह घर मुंबई नाका पुलिस स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित है। नासिक पुलिस ने बरामद सभी मानव अंगों को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। मामले की जांच करने पहुंची नासिक शहर की डीसीपी पूर्णिमा चौगुले ने बताया कि यह दुकान ईएनटी डॉक्टर किरण शिंदे के नाम पर है, जिसे उन्होंने पंद्रह साल पहले कुछ मेडिकल स्टूडेंट्स को किराए पर दिया था। उसके बाद से चाभी खो जाने की वजह से यह दुकान बंद थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उन अंगों को महिला डॉक्टर के बेटे ने वहां रखा था।वह ENT विशेषज्ञ है और उसका नाम डॉक्टर किरण विट्ठल शिंदे है।
हालांकि पुलिस अभी यह जांच कर रही है कि डॉ. शिंदे ने मानव अंगों को एक निजी स्थान पर कैसे और क्यों रखा। यह बंद जगह है और पिछले 20 से 22 सालों से इसको खोला भी नहीं गया था। जिला सर्जन कार्यालय महाराष्ट्र फिजियोलॉजी एक्ट के तहत इसकी जांच करेगा। डॉ. किरण शिंदे इन अंगों को वर्ष 2000 में मुंबई के नानावती अस्पताल से जांच और अध्ययन के लिए नासिक लायी थी. साथ ही वर्ष 2005 में फॉर्मेलिन और पानी के साथ-साथ अन्य रसायनों का इंजेक्शन लगाकर इन अंगों को सुरक्षित रखा गया था. तब से वे इसका प्रयोग कर रहे हैं।