महोबाः उत्तरप्रदेश के महोबा जिले से रौंगटे खड़े करने वाली घटना सामने आ रही है। यहां चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सबुआ गांव में बुधवार की दोपहर महिला ने अपने दो वर्षीय मासूम के साथ साड़ी से फांसी के फंदे पर लटका मिला है। मृतका के पिता ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाया है। सबुआ गांव निवासी रविंद्र यादव अपनी चार पहिया गाड़ी चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसने बताया कि बुधवार को वह गाड़ी लेकर बुकिंग पर गया था।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार रविंद्र की शादी हमीरपुर के सरीला में शत्रुघ्न की पुत्री सपना के साथ तीन साल पहले हुई थी। पिछले चार माह से दंपती गांव छोड़कर कस्बा चरखारी में किराये के मकान रहते थे। मंगलवार को ही पति अपनी पत्नी व बच्चे के साथ गांव चला गया था। उसके माता-पिता किसी कार्य से पड़ोस में गए थे। दोपहर 12 बजे पत्नी सपना (25) ने सूना कमरा पाकर अपने दो वर्षीय पुत्र बाबू के गले में साड़ी का फंदा बनाकर गले में कस दिया। इसके बाद कच्चे मकान के लट्ठे में उसी साड़ी से खुद भी फांसी लगा ली। कुछ देर बाद घर पहुंचे ससुर किशोरी यादव ने बहू और नाती को फंदे से लटकता देख बचाने की कोशिश की और शोर मचा दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने शव फंदे से उतार कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वहीं मृतका के पिता शत्रुघ्न सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि ससुरालीजन पुत्री का उत्पीड़न कर रहे थे। पिछले महीने मायके में शादी कार्यक्रम पर आई बेटी वापस ससुराल नहीं जाना चाहती थी। पति जबरदस्ती उसे ले गया था। 18 अप्रैल को भाई राजेश पुत्री को लेने भी गया था, लेकिन ससुरालियों ने लौटा दिया था। बुधवार को बेटी व उसके दो वर्षीय पुत्र की हत्याकर फांसी पर लटकाकर आत्महत्या का रूप दे दिया गया।