सड़क पर दौड़ रहे लावारिस कुत्ते कई बार हादसों का कारण बन जाते हैं। ऐसे हादसों में कई बार लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। ऐसे में यातायात में बाधक बन रहे लावारिस कुत्तों को लेकर नगर निगम नई पहल शुरू करने जा रहा है। नगर निगम के पर्यावरण मित्र आवारा कुत्तों की गर्दन में रिफ्लेक्टर वाली पट्टी लगाएंगे। इससे रात के समय आसानी से कुत्ते नजर में आ सकेंगे और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
बता दें कि लावारिस कुत्तों की गर्दन में रिफ्लेक्टर टेप वाला बैंड लगाने के लिए निजी एजेंसी को ठेका भी दिया जा सकता है। मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने बताया कि शहर के करीब 10,000 लावारिस कुत्तों को रिफ्लेक्टर टेप वाला बैंड पहनाया जाना है। इससे वाहन की लाइट पड़ते ही दूर से यह टेप चमकने लगेगा और वाहन चालक सावधानी से दुर्घटना से बच सकेगा। एक कुत्ते के गले में रिफ्लेक्टर टेप बांधने में करीब 40 रुपये के खर्च का आंकलन किया गया है। इस तरह इस कार्य में कुल चार लाख रुपये का खर्च आएगा।