उत्तर प्रदेश

बधाई तो बनती है:कोटद्वार की बेटी सुषमा खर्कवाल,लखनऊ की मेयर

उत्तराखंड को वीरों की भूमि कहा जाता है, लेकिन यहां की बेटियां भी राज्य का नाम कई क्षेत्रों में रोशन कर रही हैं। यहां की बेटियां हर क्षेत्र को अपना बनाकर उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं। बात खेल की हो, फिल्म जगत या फिर राजनीति की उत्तराखंड की बेटियां फलक छूं रही हैं। आज हम ऐसी ही एक देवभूमि की बेटी की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश में राजनीति में अपना डंका बजाया है।

यूपी निकाय चुनाव के रिजल्ट से उत्तराखंड में भी खुशी की लहर है। क्योंकि उत्तराखंड की बेटी सुषमा खर्कवाल यूपी की राजधानी लखनऊ की मेयर बन गई है। उनका ये सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। कड़ी मेहनत और संघर्ष से वह इस मुकाम पर पहुंची है। उनकी इस उपलब्धि से उनके मायके और ससुराल में खुशी की लहर है। वहीं कई दिग्गज उन्हें शभकामनाएं दे रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिहं रावत ने भी सुषमा खर्कवाल को लखनऊ की मेयर बनने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

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बता देंम कि सुषमा खर्कवाल पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार भाबर की रहने वाली हैं। उनका परिवार कई साल पहले यमकेश्वर से भट्टगांव से कोटद्वार भाबर के हल्दूखाता में निवास कर रहा है। सुषमा की शादी 1984 में दुगड्डा के कलढुंगा निवासी प्रेमलाल खर्कवाल के साथ हुई। उनका परिवार लंबे समय से लखनऊ में ही रह रहा है। सुषमा के पिता गोविंदराम भट्ट और माता का निधन हो चुका है। सुषमा तीन बहनों में सबसे छोटी है उनके एक भाई भी है। निकाय चुनाव की शुरुआती दौर से लेकर जीत तक उनके भाई विनोद भट्ट भी लखनऊ में ही हैं।

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लखनऊ मेयर के पद पर जीतने वाली सुषमा खर्कवाल का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने भाजपा के अंदर विभिन्न पदों पर काम किया है। वेा पिछले 35 सालों से भाजपा से जुड़ी हुईं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की रैलियों में उनका स्कूटर नियमित रूप से देखा जाता था।

खर्कवाल ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने दो बच्चों को अकेले पालने के बावजूद, खर्कवाल ने राजनीति नहीं छोड़ी। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दशकों से भी ज्यादा बीजेपी से जुड़ी खर्कवाल ने पार्टी की ओर से दी गई हर छोटी-बड़ी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया है। जिसका उन्हें ये उपहार मिला है। खर्कवाल के निर्वाचित होने उत्तराखंड के कोटद्वार भाबर में उनके रिश्तेदारों में भी जश्न का माहौल है।

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बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 17 निकायों पर कब्जा जमाया है। तो वहीं इस चुनाव में भाजपा नेत्री लखनऊ सुषमा खर्कवाल ने सभी दलों के नेताओं को धूल चटाते हुए अपनी जीत तय कर ली है। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) की वंदना मिश्रा को 52,699 मतों के अंतर से हराया है।

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