देशभर में साइबर ठगों का मकड़जाल फैलता जा रहा है। शातिर नए-नए तरीकों से आमजन से ठगी कर रहे हैं। कोई खुद को सेना का जवान तो कोई बैंक अधिकारी बताकर आमजन के बैंक खातों पर सेंध लगाकर मोटी रकम निकाल रहे हैं। तो वहीं अब साइबर ठगों ने लोगों का बैंक खाता खाली करने के लिए नया तरीका खोज लिया है। इससे वे खासकर महिलाओं को शिकार बना रहे हैं। अनजान नंबर से आपके फोन पर हाय मम (मां) मैसेज आए तो उत्तर देने की नहीं बल्कि सचेत रहने की जरूरत है। यह साइबर ठगों का नया स्कैम है जिसमें चंद सेकेंड में खाते खाली हो रहे हैं।
बेटा या बेटी बताकर बातों में फंसाते हैं ठग
साइबर ठग खुद को बेटा या बेटी बताकर बातों में फंसा ले रहे हैं। इसके बाद लिंक भेजकर या इंटरनेट बैंकिंग आदि ब्लॉक होने का झांसा देकर मदद मांग रहे हैं। साइबर पुलिस ने इस तरह के स्कैम से लोगों को सचेत किया है। देश में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं।
उत्तराखंड में अभी कोई मामला नहीं
हालांकि, उत्तराखंड में अभी कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन, साइबर पुलिस ने सभी को इस तरह के मैसेज पर गौर न करने की सलाह दी है। सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने बताया कि अनजान नंबर से कॉल, व्हाट्सएप मैसेज, टेक्स्ट मैसेज में कुछ भी अजीब लगे तो उत्तर न दें।
ऐसे बनाते हैं शिकार
व्हॉट्सएप या टेक्स मैसेज में हाय मम (मां) लिखा मैसेज आता है। बहुत से लोग इस पर उत्तर देते हैं। मैसेज भेजने वाला ठग उनको अपनी बातों (मैसेज में ही) फंसा लेता है। लोगों को लगता है कि यह उनका बेटा या बेटी ही है। कभी ये कहते हैं कि उनकी इंटरनेट बैंकिंग ब्लॉक हो गई है तो पैसों की जरूरत है। कभी कहा जाता है कि नंबर खो गया है इस नंबर को सेव कर लो और फिर इस पर यूपीआई या अन्य माध्यम से पैसे मंगाते हैं। कोई ठग लिंक या क्यूआर कोड भेजकर पूरा खाता ही खाली कर रहा है।
ऐसे बरते सावधानी
- अनजान नंबर पर कोई रिप्लाई न करें।
- नंबर संदिग्ध लगता है तो ब्लॉक कर दें
- बार-बार मैसेज आ रहे हैं तो 1930 पर शिकायत करें
- क्यूआर कोड से कोई पैसे भेजने की बात कहे तो सतर्क रहें
- क्यूआर कोड से भुगतान किया जाता है न कि लिया जाता
- व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर किसी से बात न करें
- अपनी फेसबुक आईडी लॉक रखें