दिल्लीःइन दिनों दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सुर्खियों में है। आम आदमी पार्टी ने तीन साल पुराने एक मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आशंका जाहिर की है। भाजपा नेताओं ने 2000 करोड़ रुपए के कथित घोटाले की शिकायत की थी, जिसे एसीबी के पास भेजा गया था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद अब उनकी सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हो सकती है। उन्होंने कहा किसी फर्जी मामले में उन्हें फंसाया जा सकता है।
अब आम आदमी पार्टी ने यह भी बताया है कि किस केस में सिसोदिया को जेल भेजे जाने का आशंका है। पार्टी का दावा है कि केंद्र ने सिसोदिया को फंसाने के लिए 3 साल पुराना एक मामला उठाने की साजिश रची है। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को केंद्र सरकार गिरफ्तार कर सकती है। उन्होंने कहा कि दरअसल, केंद्र सरकार दिल्ली सरकार के अच्छे कामों से घबरा गई है। उन्होंने अपने वक्तव्य में दावा किया कि दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री सिसोदिया आजाद भारत के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री हैं। दिल्ली में 18 लाख बच्चे यहां के स्कूलों में पढ़ते हैं। इन बच्चों का भविष्य सुनहरा बनाने में सिसोदिया का बड़ा योगदान है। केजरीवाल ने कहा कि जितनी रेड करना है, एकसाथ कर लो।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आप नेता आतिशी ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान दावा किया कि केंद्र ने सिसोदिया को गिरफ्तार करवाने के लिए अपनी सभी जांच एजेंसियों, आयकर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), दिल्ली पुलिस और सीबीआई को ‘फर्जी ‘ मामले की तैयारी शुरू करने का आदेश दिया है। उन्होंने दावा किया कि स्वास्थ्य और बिजली समेत विभिन्न विभागों का कामकाज संभाल रहे सत्येंद्र जैन को ‘बिना किसी नए सबूत के’ प्रवर्तन निदेशालय ने एक मामले में गिरफ्तार किया।
बताया जा रहा है कि आतिशी ने एक कथित दस्तावेज दिखाया जिसमें भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं हरीश खुराना और नीलकांत बख्शी से उनके द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के सिलसिले में अतिरिक्त ब्योरा और दस्तावेज मांगे थे। इन दोनों भाजपा नेताओं ने शिकायत की थी कि सिसोदिया और जैन विद्यालय कक्षाओं और भवनों के निर्माण में 2000 करोड़ रुपए के घोटाले में शामिल थे। यह शिकायत नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त को 2 जुलाई, 2019 को की गई थी, जिसे एसीबी के पास भेजा गया था।