टिहरी। खास पट्टी छाम गांव मे रतूड़ी परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक पं कृष्णा नंद उनियाल ने कहा कि परमात्मा के साक्षात दर्शन के लिए मानव जीवन मे प्यास,प्रयास,प्रार्थना,प्रतीक्षा को अपने कर्मो मे लाना होगा।
प्रभु की प्राप्ति के लिए कोई धन नही लगता अपितु मानव के अंदर किसी भी वस्तु को पाने की प्यास हो उसके लिए प्रयास हो,प्रार्थना, और प्रतीक्षा करने की क्षमता हो तो निश्चित ही वह वस्तु प्रसाद के रूप मे मिल जाती है।
लेकिन इस मायावी दुनिया मे इंसान के अंदर किसी चीज को पाने की ललक नही रही, प्रयास नही किया मिनतें नही की इसलिए दुःख होकर व्यथित हो रहा है।
कथा के दूसरे दिन पंडाल मे आयोजक परिवार के सदस्य,रिटायर्ड प्रिंसिपल पीएल रतूड़ी, बीपी रतूड़ी,चिरनजी रतूड़ी, हिमांशु रतूड़ी, मनोहर रतूड़ी, मुरली धर रतूड़ी, एवम समस्त गाँव वासी उपस्थित रहे।