हरदा:राज्य सरकार कर रही. उपनल की अनदेखी
राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार उपनल कर्मियों और अतिथि शिक्षकों के साथ छल कपट कर रही है। सरकार ने उनका भविष्य अधर में लटका दिया है।
ये कहना पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का। रावत कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष एडवोकेट राकेश मियां के कार्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मियों और अतिथि शिक्षकों के भविष्य को लेकर सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
पूरा काम पूरी मेहनत के बावजूद उनका भविष्य अधर में है। सरकार ने उपनल कर्मियों और अतिथि शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति/ स्थायी करने की कोई मंशा नहीं दिखती है। ये उनके प्रति अन्याय है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के भीतर से इसको लेकर अनिश्चय की स्थिति है। ये राज्य के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि 2016 में उनकी सरकार ने इसके लिए व्यवस्था बनाई थी। सरकार उस व्यवस्था का अनुसरण न जाने क्यों नहीं करना चाहती। कहा कि ये राज्य के युवाओं के भविष्य का मामला है कांग्रेस हमेशा युवाओं के साथ खड़ी है।
उन्हांेंने स्कूली शिक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सीएम रहते अधिकारियों को शिक्षकों के प्रमोशन प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए थे। मगर, आज शिक्षकों के प्रमोशन की स्थिति क्या है बताने की जरूरत नहीं है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने राज्य मंे फैल रहे नशे के कारोबार पर चिंता व्यक्त की। कहा कि नशीले पदार्थ राज्य के सुदूर क्षेत्रों तक आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। युवा पीढ़ी नशे की जद में हैं। उन्होंने कहा कि इसे सख्ती से न रोक पाना सरकार की विफलता है। कहा कि आशंका है कि इसमें कई बड़े चेहरे शामिल हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य की पांचों सीटों पर पार्टी जिसे टिकट देगे हरीश रावत से उसे जीताने के लिए काम करेंगे। हरिद्वार से उनकी और उनके बेटे की दावेदार पर कहा कि उनका बेटा पार्टी का काम करता है। उसने टिकट की दावेदारी की है तो अच्छा है।
देश भर में कांग्रेस के बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले भी कांग्रेस ऐसी स्थिति को फेस कर चुकी है और मजबूती से उभरी है। 1977/78 में ऐसा हुआ था। कांग्रेस फिर मजबूत होकर उभरेगी। जो लोग पार्टी छोड़कर गए हैं उनका स्थान खाली नहीं रहेगा। कांग्रेस के कार्यकर्ता उन स्थानों को भर देंगे।
इस मौके पर कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, एडवोकेट राकेश मिया, मनीष शर्मा, संजय गुप्ता, विमला रावत, सरोज डिमरी आदि मौजूद थे।