भारतीय इतिहास का महत्व: उत्तराखण्ड में आयोजित राष्टीय संगोष्ठी के रोचक पहलुओं का खुलासा
हरिद्वार गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास एवं विभाग में युग युगीन उत्तराखण्ड के इतिहास और संस्कृति के पुनरावलोकन विषय पर दो दिवसीय राष्टीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आई.सी.एच.आर. द्वारा अनुदानित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार धन सिंह रावत ऑन लाइ्रन जुड़े। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंण्ड राज्य इतिहास एवं संस्कृति की दृष्टि से अत्यन्त समृद्ध राज्य है। आवश्यकता है गंभीर प्रयास करने की जो अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति उत्तराखण्ड प्रान्त कर रही है।
मुख्य वक्ता प्रो ईश्वर शरण विश्वकर्मा कार्यकाररी अध्यक्ष अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना ने कहा कि अंग्रेजी सरकार ने भारतीयो को भ्रमित करने के लिए भारतीय इतिहास को तोड मरोड़कर प्रायोजित इतिहास प्रस्तुत किया। इतिहास संकल्न योजना के माध्यम से उस गौरवशाली इतिहास को पुनः संकलित करने का महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है।
प्रो0 वी0डी0एस0 नेगी ने सोबन सिंह जीना के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उनके द्वारा लिखित पुस्तक जो कि सोबन ंिसह जीना के ऊपर लिखी गई है का विमोचन किया गया।
डॉ0 संजय कुमार प्राचार्य सतपुली डिग्री कांलेज ने कहा कि जैम्स मिल, जैम्स मूलर और कार्ल मार्क्स ने भारतीय इतिहास विकृत करके प्रस्तुत किया जबकि मिल और मार्क्स तो कभी भारत आए भी नहीं। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 दिनेश चन्द्र शास्त्री ने कहा कि इतिहास का पुर्नलेखन आर्य समाज के विद्वानों ने पहले भी किया है जिसे आज संकलन समिति ने दोबारा प्रारम्भ किया है। इस अवसर पर संजय मिश्रा,, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री, अखिल भारतीय सह इतिहास संकलन योजना ने कहा कि इतिहास संकलन समिति को शुभकामनाएं प्रेषित की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुकुल कांगड़ी के कुलपति प्रो0 सामेदव शतांशु ने कहा कि इतिहास के विद्यार्थी के लिए आवश्यक है कि वह संस्कृत का भी अध्ययन करें क्योंकि प्राचीन इतिहास संस्कृत से ही जुड़ा है। कार्यक्रम का संचालन डा0 हिमांशु पण्डित ने किया।
इस अवसर पर प्रो0 प्रभात कुमार, प्रो0 अम्बुज कुमार शर्मा, प्रो0 देवेन्द्र गुप्ता, प्रो0 रेणु शुक्ला, डा0 दिलिप कुशवाहा, डा0 पंकज कौशिक, डा0 सत्येन्द्र सिंह, कुलभूषण शर्मा, डा0 दीपा गुप्ता, डा0 अजित तोमर, डा0 बबलू, डा0 वेदव्रत, डा0 गौरव भदौरिया, शिव सिंह, डा0 दिव्याुश बिष्ट, विजय पाण्डेय, अमित कुमार, पूजा, प्राची रंगा, लाखन वशिष्ठ, चन्द्रशेखर, डा0 अर्चना डिमरी, दीपक कुमार आदि उपस्थित रहे।