देश की आन बान शान के खातिर अपने प्राणों की आहुति देने का प्रण लेने के साथ ही 45 नव सेना अधिकारी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की मुख्यधारा से जुड़ गए हैं। वेशभूषा में सजे धजे और आत्मविश्वास से लबालब नव सेना अधिकारियों ने अकादमी की परेड मैदान में शानदार मार्च पास किया, जिसमें उन्होंने तिरंगा और बल ध्वज के देश की रक्षा की शपथ ली। इस दौरान भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि नव सैन्य अधिकारी की परेड का निरीक्षण करने के बाद हौसला अफजाई भी की।
एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर बने अधिकारी
बता दें कि देहरादून के मसूरी स्थित भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में आज पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 22 सहायक सेनानी/जीडी और 6 माह के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करनेके बाद 14 सहायक सेनानी चैट, 5 सहायक सेनानी/चिकित्सा, 4 सहायक सेनानी/जैग, कुल 45 अधिकारी पुलिस बल की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं। इनमें 5 महिला सहायक सेनानी बल की मुख्य धारा में शामिल हुई हैं। इन अधिकारियों को कठोर एवं लम्बे प्रशिक्षण के दौरान युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया है।
उत्तराखंड के चार जवान ने ली समर्पण की शपथ
पाइप बैंड की सुमधुर धुन पर सुरम्य वादियों के बीच स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी के परेड मैदान में पास आउट होने वाले इन अधिकारियों में उत्तर प्रदेश से 12, दिल्ली से 8, हरियाणा से 5, उत्तराखंड से 4, बिहार, पंजाब व महाराष्ट्र से 2, 2, मणिपुर, चंडीगढ़, तमिलनाडु, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से एक एक प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं। आज सभी अधिकारियों ने समर्पण की शपथ ली।
पांच नव युवा अधिकारी पुरस्कृत
वहीं पासिंग आउट परेड के दौरान प्रशिक्षण में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पांच नव युवा अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया गया। साथ ही परेड के दौरान नव सेना अधिकारियों के परिजन और आईटीबीपी के अधिकारी मौजूद रहे। सेना अधिकारियों के परिजन अपने बच्चों को आईटीबीपी में अधिकारी बनता देख भावुक दिखे। परिजनों नें अपने बेटे और बेटियों के कंधो पर सितारे सजाए।
ASI पिता ने अफसर बिटीया को दी सलामी
देश की रक्षा के खातिर उत्तराखंड में सेना में अपना योगदान देने के लिए घर घर से एक सेना अधिकारी निकलते हैं। भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के 23वीं बटालियन में पिता एएसआई के पद पर तैनात हैं, तो वहीं दूसरी ओर उनकी बेटी आज उनकी ही बटालियन में अफसर बनकर निकली है, जो कि एक पिता और प्रदेश के लिए गौरव का पल है।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल 19 हजार फीट तक की उंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों में माइनस 45 डिग्री तापमान में भी मुश्किल हालातों में मुस्तैदी से काम करने वाला एक अनुशासित और अति प्रशिक्षित बल है, जो कि देश के अलावा विदेशों में भी महत्वपूर्ण सस्थानों को सुरक्षा प्रदान कर रही है। आंतरिक सुरक्षा हो, देश की सीमा सुरक्षा हो, वी०आई०पी० सुरक्षा प्रतिष्ठित संस्थान, आपदा प्रबंधन या फिर कोई अन्य विशेष कार्य देश को आवश्यकता पड़ने पर अग्रणी रहते हुए अपने कार्य का निवर्हन करता हैं।