बीते रोज उत्तरी सिक्किम में भारतीय सेना को ले जा रहा ट्रक हादसे का शिकार हो गया। ट्रक खाई में गिरने से सेना के 16 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 4 जवान घायल हो गए। इस दौरान शहीद हुए जवानों में पिथौरागढ़ की धारचूला तहसील के पय्यापौड़ी गांव निवासी रवींद्र सिंह थापा भी शामिल है। सेना द्वारा इसकी सूचना स्वजनों को दी गई। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं गांव सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है।
बलिदानी रवींद्र सिंह तीन भाईयों में मंझला था
शहीद का परिवार वर्तमान में पंचायत घर क्षेत्र रामपुर रोड हल्द्वानी में रहता है। बलिदानी रवींद्र सिंह अपने पिछे अपनी बुढ़ी माता, पत्नी कमला सहित नौ वर्ष की बेटी और तीन साल का बेटा छोड़ गए हैं। बलिदानी रवींद्र सिंह तीन भाईयों में मंझला था। उसके एक भाई धारचूला लोनिवि में कार्यरत हैं तो दूसरा भाई हल्द्वानी में रहते हैं। बलिदानी के चाचा बीएस थापा धारचूला व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। बलिदान की खबर मिलने के बाद क्षेत्र में शोक व्याप्त है।
आठ दिसंबर को हल्द्वानी पहुंचे थे मगर यूनिट ने बुला लिया था वापस
शहीद जवान रवींद्र सिंह थापा आठ दिसंबर को अपने चाचा व्यापार संघ एवं कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भूपेंद्र थापा के पुत्र के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए धारचूला आ रहे थे लेकिन हल्द्वानी पहुंचने पर उन्हें यूनिट की ओर से तुरंत वापस बुला लिया गया था।