देहरादून। राजधानी में ताबड़तोड़ और नियम विरुद्ध खुले नशा मुक्ति केंद्रों पर जिलाधिकारी देहरादून पैनी नजर बनाए रखेंगे। DM ड़ॉ आर राजेश ने अब इन पर सख्ती के लिये नई नियामवली बनाते हुये सीडीओ स्तर पर कमेटी बनाकर ही इनके संचालन की अनुमति देने के लिये विधिवत योजना तैयार कर ली है।
राजधानी में बीते दिनों मिली शिकायत में डीएम राजेश कुमार ने जब रेड कराई तो पाया गया कि ब़डी संख्या में नशा मुक्ति केंद्रो में मनमानी हो रही है। ये लोगो को सुधारने के बजाए उनके साथ अत्याचार करने के साथ साथ परिवार जनों का उत्पीडन कर रहे है।
जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने बताया है कि अब नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिये इच्छुक व्यक्तियों के आवेदन के बाद ये देखा जायेगा कि आवेदन करने वाला व्यक्ति इसका संचालन क्या कर सकेगा भी या नहीं।
आवेदक की शैक्षिक स्थिति नशा मुक्ति केंद्र में नियमित सीसीटीवी सर्विलेंस एक्सपर्टस की तैनाती के साथ साथ सीडीओ स्तर पर बनी कमेटी हर तीन माह में इनका निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट देगी। तीन माह की रिपोर्ट में यदि कोई गड़बड़ी मिलती है तो उक्त नशा मुक्ति केंद्र को बंद भी कराया जा सकता है।



