उत्तराखंड के नैनीताल में पर्यटकों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड के बाद पुलिस के अभद्र व्यवहार से व्यथित पर्यटक अपनी अबोध बच्ची के साथ मॉल रोड में लेट गया। शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने पर पर्यटक ने झील में कूदकर जान देने की कोशिश की जिसे पर्यटकों और पुलिस फोर्स ने रोक लिया ।
नैनीताल की मॉल रोड में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब एक पर्यटक अपनी अबोध बिटिया को लेकर बीच सड़क में लेट गया। मॉल रोड में तेज ट्रैफिक के बीच उठाए इस कदम से लंबा जाम लग गया। पर्यटक थानाध्यक्ष को बुलाकर अपने फ्रॉड मामले में कार्यवाही की मांग कर रहे थे ।
दरअसल,साउथ दिल्ली से आये दोनो तीनो परिवारों ने अगोडा नामक वैबसाइट से 12 अप्रैल को नैनीताल में होटल की बुकिंग कराई । होटल के कमरे के लिए उनसे पांच हजार रुपया प्रतिदिन मांगा गया, जिसपर उन्होंने 5 दिनों के ₹25000/= रुपये जमा कर दिए ।
तीनों परिवार 14 तारीख को नैनीताल पहुंच गए लेकिन उन्हें ‘गो रूम गो चिनार लेक व्यू’ होटल कहीं नहीं मिला। इसपर उन्होंने हंगामा किया तो साइट वालों ने उन्हें पहले 14 को लेक व्यू होटल में रोका और फिर 15 को विनायक होटल में रोक दिया। होटल वाले ने उनकी गाड़ियाँ सड़क पर लगवा दी, जिसके बाद आज सवेरे उन्हें गाड़ी में जैमर लगा दिखा ।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस वाले ने आकर उनके साथ अभद्रता की और झील में कूद जाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने पुलिस कर्मी पर ₹2,500/= का चालान काटने की धमकी देने का आरोप लगाया ।
पर्यटकों ने बताया कि इस सब घटना के लिए उन्होंने पुलिस को लिखित तहरीर दी लेकिन दिन गुजरने के बाद तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शाम को थक हारकर पहुंचे फौजी पृष्ठभूमि से आए इन लोगों ने अपने परिवारों के साथ पहले तो पुलिस जवानों से आग्रह किया । संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने सड़क में धरना देकर प्रशासन और पुलिस को चेताना सही समझा । इनमें से एक व्यक्ति आवेश में आकर
इंडिया होटल तिराहे के बीच में अपनी नन्हीं सी बच्ची के साथ लेट गया । उन्हें उठाया गया तो वो ये कहते हुए झील में कूदने दौड़ पड़े की पुलिस वाले ने उन्हें कूदने को कहा है, इसपर वहां मौजूद पर्यटकों और पुलिस के जवान ने रोक दिया । थानाध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर उनकी गाड़ी का पांच सौ रुपये का नकद चालान काटा । पर्यटकों ने नाराजगी जताते हुए पुलिस अधिकारियों से बात करने की बात कही।