देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायकों ने ही अपने मंत्री को सदन में घेर लिया। प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के विधायकों ने ही अपनी सरकार को सवालों से घेर दिया। इस दौरान विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने वन गुर्जरों के अस्थाई परमिट पर प्रश्न पूछा तो वन मंत्री सुबोध उनियाल संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
इसके बाद विधायक प्रीतम सिंह पंवार के सवालों पर भी बीजेपी सरकार घिरती नजर आई। विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने गढ़वाली कुमाऊनी जौनसारी बोली को लेकर सरकार से सवाल पूछा कि सरकार बोली को बढ़ाने के लिए आखिर क्या तैयारियां कर रही है जिसको लेकर भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने जो जवाब दिया, उससे विपक्ष के विधायक जरा भी संतुष्ट नजर नहीं आए।
जसपुर विधायक ने लगाया पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव पर जसपुर विधायक आदेश चौहान ने सदन में आप बीती सुनाई। विधायक ने उधमसिंह नगर पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने जांच कर उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।
पटल पर रखें ये विधेयक
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को राजकीय सेवाओं में आरक्षण के लिए असरकारी विधेयक
बंगाल आगरा और आसाम सिविल न्यायालय (उत्तराखंड संशोधन और अनुपूरक उपबंध) विधेयक
उत्तराखंड दुकान और स्थापना (रोजगार विनियमन और सेवा शर्त) संशोधन विधेयक,
पेट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक,
उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता संशोधन विधेयक
भारतीय स्टांप संशोधन विधेयक, उत्तराखंड माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक सदन में पेश