जोशीमठ। नंदा देवी नेशनल पार्क में लगाए गए वन विभाग के हिडन ट्रैप कैमरों में 12 दुर्लभ हिम तेंदुओं की गतिविधियां कैद हुई हैं। रेंज अधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि यह सभी तेंदुए वयस्क हैं। मंगलवार को भी वन विभाग के गश्ती दल को चीन से लगी सुमना वैली में एक हिम तेंदुआ टहलता नजर आया।
नन्दा देवी नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि, इस साल सुमना, रिमखिम, गुरकुटी आदि क्षेत्रों में 6 ट्रैप कैमरे लगाए थे। जिनमें से 4 कैमरों के डाटा में 12 हिम तेंदुओं की तस्वीरें मिली हैं। दो और कैमरों से डाटा लिया जाना शेष है। इसलिए हिम तेंदुओं की संख्या और बढ़ सकती है।
विचरण करते दिखा भारत तिब्बत चीन सीमा क्षेत्र में भारती सीमा क्षेत्र के अंतर्गत सुमना में आईटीबीपी के जवानों ने सबसे पहले मंगलवार को पठ्ठआरई चट्टानों पर इस स्वस्थ हिम तेंदुओं को विचरण करते देखा। चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिम तेंदुओं की संख्या अच्छी है। नन्दा देवी वन प्रभाग के क्षेत्र में ही 15 से 20 हिम तेंदुओं की संभावना है। हिम तेंदुए की खाल पर सफेद फर होता है जो लंबा और मोटा होता है। यह ठंडे ऊंचे स्थानों पर भीषण सर्दी से बचाता है।
कहां मिलता है हिम तेंदुए
हिम तेंदुआ ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। यह तेंदुओं से छोटा मगर फुर्तीला होता है। उत्तराखंड में नंदा देवी रिजर्व के अलावा उत्तरकाशी के गोविंद पशु विहार, गंगोत्री नेशनल पार्क, उच्च हिमायली क्षेत्र में पाया जाता है।
यह है हिम तेंदुए की खासियत
- हिम तेंदुआ लगभग 1.4 मीटर लंबा और 75 किलो का होता
- पूछ 90 से 100 सेमी तक की होती है
- यह लगभग 15 मीटर की ऊंचाई तक छलांग लगा सकता है
अंधेरे में दिखता है हिम तेंदुआ
हिम तेंदुए बर्फीले इलाकों में रहते हैं। बर्फ की सफेद चादर के बीच रहने के कारण इन्हें देख पाना बहुत मुश्किल होता है। यह अधिकतर रात में सक्रिय होते हैं और अकेले रहने वाले जीव हैं।