उत्तराखंड

गजब:जीत हासिल करने वाले विधायक, कुछ दसंवी तो कुछ आठवीं पास,कोई अपराधी तो कुछ पर गंभीर आरोप,,,




देहरादून। 70 विधानसभा सीट वाले उत्तराखंड में इस बार 20 नवनिर्वाचित विधायक में से तीन विधायक तो केवल आठवीं पास हैं। वहीं आठ विधायक 10वीं और नौ विधायक 12वीं पास हैं। वहीं 19 पर आपराधिक और 10 पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

इस बार करोड़पति विधायकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। 70 में 58 विधायक करोड़पति हैं। 2017 के मुकाबले 2022 में 35 विधायकों की संपत्ति में बढ़ोतरी हुई है। एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफोर्म (एडीआर) ने चुनाव परिणाम आने के बाद उक्त आंकड़े जारी किए हैं।

एडीआर के कोआर्डिनेटर बीपी मैठाणी और मनोज ध्यानी ने बताया कि विधानसभा सीट खानपुर से नवनिर्वाचित विधायक उमेश कुमार, हल्द्वानी सीट से सुमित हृदेश, रुद्रपुर से शिव अरोड़ा, गदरपुर से अरविंद पांडे, बीएचईएल रानीपुर से आदेश चौहान, जसपुर सीट से आदेश सिंह चौहान, सल्ट से महेश जीना, पुरोला से दुर्गेश्वर लाल, धारचूला से हरीश सिंह धामी, बाजपुर से यशपाल आर्य, पिरान कलियर से फुरकान अहमद, चकराता से प्रीतम सिंह, लैंसीडौन से दलीप सिंह रावत, मंगलौर से सरवत करीम अंसारी, डीडीहाट से विशन सिंह , ज्वालापुर से रवि बहादुर, यमुनोत्री से संजय डोभाल, किच्छा से तिलक राज बेहड़ और रुड़की से प्रदीप बत्रा कुल 19 के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जबकि भाजपा के 47 में से पांच, कांग्रेस के 19 में से चार और एक निर्दलीय नवनिर्वाचित विधायक पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

48 विधायकों की शैक्षिक योग्यता स्नातक

रिपोर्ट के मुताबिक, 48 विधायक यानि कि 69 प्रतिशत ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे अधिक बताई है। दो ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर घोषित की है। 20 विधायक यानि कि 29 प्रतिशत आठवीं, 10वीं व 12वीं पास हैं।

उम्र की बात करें तो 70 में से 16 नवनिर्वाचित विधायक 31 से 50 साल के बीच और 54 विजेता प्रत्याशी 51 से 80 साल के बीच के हैं। महिला प्रतिनिधित्व की बात करें तो इस बार 70 में से आठ यानि कि 11 प्रतिशत महिला विधायक बनीं हैं। 2017 में महिला विधायकों की संख्या पांच यानि कि सात प्रतिशत थी।

-करोड़पति विधायकों की संख्या भी बढ़ी

2017 के मुकाबले 2022 में करोड़पति विधायकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। 2017 में करोड़पति विधायकों की संख्या 51 यानि कि 73 प्रतिशत (70 विधायकों के मुकाबले ) थी, जो कि 2022 में बढ़कर 58 यानि कि 83 प्रतिशत हो गई। इनमें भाजपा के 47 में से 40, कांग्रेस के 19 में से 15, बहुजन समाजवादी पार्टी के दो और दो निर्दलीय प्रत्याशियों में से एक करोड़पति विधायक है।

इनमें 23 विधायकों की संपत्ति पांच करोड़ से अधिक, 21 की दो करोड़ से पांच करोड़, 19 की 50 लाख से दो करोड़, छह की 10 से 50 लाख और एक की 10 लाख से कम है। सबसे अधिक संपत्ति 87 करोड़ 34 लाख रुपये चौबट्टाखाल से विधायक सतपाल महाराज के पास है। जबकि सबसे कम संपत्ति छह लाख 50 हजार रुपये पुरोला के विधायक दुर्गेश्वर लाल के पास है।

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