जयकारों के उदघोष के साथ श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले, जयकारों से गूंजी पहाड़ी
गढ़वाल। धरती पर बैकुंठ कहे जाने वाले भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई रविवार के दिन आज सुबह 6 बजे भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए हैं। ब्रह्म बेला में पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण से बद्रीनाथ मे हिमालय की शिवालिक पहाड़ियां गुंजायमान हो गई।
बता दें कि बीती 10 मई को केदारनाथ,गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं।
कपाट खुलने के अवसर पर इसके साक्षी बनने के लिए हजारों संख्या में श्रद्धालु धाम मे उपस्थित रहे । रविवार को तड़के 3 बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसके तहत कुबेर जी, श्री उद्धव जी और गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया। जिसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हकहकूधारी और श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन और श्रद्धालुओं की उत्साह पूर्ण उपस्थिति मे बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले।
मुख्य पुजारी वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने गर्भगृह में भगवान बद्रीनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हुए सबके लिए मंगलमय की कामना की। इसके साथ ही 2024 की चारधाम यात्रा मे आज से भगवान बद्रीनाथ धाम की यात्रा भी शुरू हो गई है। बीटी शाम से ही पूरे मंदिर और परिसर को लगभग 15 कुंतल फूलों से सजाया गया।
हल्की बर्फबारी व बारिश के बीच सेना की टुकडी ने बैण्ड की मधुर धुन और स्थानीय महिलाओं के पारंपरिक संगीत व नृत्य के साथ भगवान बद्रीनाथ की स्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देशों के अनुरूप बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थ यात्रियों के स्वागत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा से श्रद्वालु गदगद हो उठे। कपाट खुलने के एक दिन पूर्व से ही बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। पहले दिन ही हजारों श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ में अखण्ड ज्योति एवं भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है।
कपाटोद्घाटन के अवसर पर श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने कहा कि श्रद्धालुओ के आगमन पर उनका स्वागत है सावधानी बरत कर और मौसम अपडेट के अनुसार वह यात्रा पर आएं। समिति दऔर सरकार द्वारा श्रद्धालुओ के सहूलियत के लिए हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे।
-कब कितने यात्री पहुंचे बद्रीनाथ
2016 मे -654355
2017 मे -920466
2018 मे -1048051
2019 मे -1244993
2020 मे -155055
2021 मे -197997(कोरोना काल)
2022 मे -1763549
2023 मे -1834000