उत्तराखंड

चारधाम यात्रा पड़ावों पर मिलावट का खेल, पनीर में डिटर्जेंट मिलाकर कर रहे श्रद्धालुओं की सेहत से खिलवाड़




प्रदेश में चारधाम यात्रा जोरों पर है। देश-विदेश से श्रद्धालु चापधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा पड़ावों पर ठहर रहे श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने खाद्य पदार्थों के सैंपलिंग के निर्देश दिए थे। जिसपर टीम ने चारधाम यात्रा प्रवेश द्वार यानी ऋषिकेश और टिहरी गढ़वाल में अभियान चलाया। यहां से लिए गए दूध, मसाले, दाल, रिफाइंड सहित कुल 68 नमूने फेल हुए हैं।

बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग ने ऋषिकेश, टिहरी-गढ़वाल, गंगोत्री, केदारनाथ मार्ग, धनसाली, चनियाला, चंबा में करीब 15 दिनों पहले मोबाइल टेस्टिंग लैब से क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठानों से दूध एवं इससे बने उत्पादों के 35 नमूने, मिठाइयों के 56 नमूने, मसालों के 62, रिफाइंड तेल के 12, दाल के 26 सहित अन्य खाद्य पदार्थों के 61 नमूने लिए। इन नमूनों को जांच के लिए ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर स्थित उत्तराखंड राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला में भेजा था। जिसपर पनीर में डिटर्जेंट पाउडर, दाल, मसालों में रंग, दूध में स्टार्च की मात्रा अधिक मिली है।

खाद्य उपायुक्त ने बताया कि दूध एवं उससे बने उत्पादों में फैट कम, स्टार्च की मात्रा अधिक और पनीर में डिटर्जेंट पाउडर मिलने पर आठ नमूने फेल हुए हैं। इसके अलावा मिठाइयों के 23 नमूने, धनिया पाउडर व सब्जी मसाले में रंग का मात्रा मिलने पर 23 नमूने, दाल के नौ एवं अन्य खाद्य पदार्थेां के चार नमूने फेल हुए हैं। जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए संबंधित जनपदों में इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। आगे की कार्रवाई उसी आधार पर की जाएगी।

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