उत्तराखंड

शिकंजा: विधायक के घर की “नाज”, देश छोड़ रही थी आज, एयरपोर्ट पर हुई गिरफ़्तार, पढिये पूरा मामला,,


नेशनल। सरकारी और गैर सरकारी प्रॉपर्टी के धोखाधड़ी सहित कई मामलों की आरोपी टिहरी भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई की पत्नी नाजिया यूसुफ को केरल के कोच्चि एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है, नाजिया देश छोड़कर भगाने की फिराक में थी, देहरादून पुलिस नाजिया को लाने के लिए केरल रवाना हो चुकी है। टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय के भाई की वांटेड पत्नी नाजिया युसूफ केरल में गिरफ्तार कर ली गई है, नाजिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था, जिसके तहत उसे गिरफ्तार किया गया है, करोड़ों की सरकारी और गैर सरकारी भूमि की धोखाधड़ी सहित निजी कंपनियों के द्वारा कई गंभीर फर्जीवाड़े के आरोप में लंबे समय से फरार चल रही भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई की पत्नी नाजिया यूसुफ को केरल पुलिस ने बुधवार रात कोच्चि एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि कोच्चि एयरपोर्ट से देर रात 10:30 बजे नाजिया यूसुफ देश छोड़ने की फिराक में थी। एयरपोर्ट पर उसे दबोच लिया। दून लाया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  घोषणा:मुख्यमंत्री धामी राज्य स्थापना दिवस पर UCC बिल की कर सकते हैं घोषणा

लुकआउट नोटिस जारी था

गंभीर मामलों में इनामी अपराधी नाजिया की गिरफ्तारी लुकआउट नोटिस के तहत हुई है, जांच पड़ताल करने पर पता चला कि नाजिया यूसुफ की शिनाख्त करते ही उसे केरल पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया, वहीं इस कार्रवाई की जानकारी कोच्चि पुलिस ने देहरादून पुलिस को दे दी है, जिसके बाद दून पुलिस कोच्चि में नाजिया को कस्टडी में लेने के लिए रवाना हो गई है।

यह भी पढ़ें 👉  आरोप:मसूरी मे हो रहा किसकी ईंट, किसका रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा

ईनाम भी था घोषित-

धोखाधड़ी की आरोपी सचिन उपाध्याय की पत्नी नाजिया यूसुफ पर पुलिस ने एक हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। धोखाधड़ी के मामले में सचिन उपाध्याय को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है, जो फिलहाल बेल पर बाहर हैं। बता दें कि नाजिया और सचिन के खिलाफ देहरादून के राजपुर थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि इन दोनों ने अपने पार्टनर मुकेश जोशी की करीब 26 करोड़ की संपत्ति को खुर्द बुर्द कर खुद को मालिक बताते हुए बैंकों से करोड़ों रुपये का लोन ले लिया था। इस मामले में 2017 में राजपुर थाने में भी मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में फाइनल रिपोर्ट कोर्ट को दी थी, लेकिन, बाद में कोर्ट के दखल के बाद एफआईआर वापस लेते हुए नया मुकदमा 19 जनवरी 2020 को दर्ज किया गया था।

यह भी पढ़ें 👉  कार्रवाई:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही
67 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top