उत्तराखण्ड का पर्यटन: आधुनिक ट्रेन से विभिन्न राज्यों से आएं अल्पज्ञात गंतव्यों की यात्रा करने!
- यू०टी०डी०बी० तथा आई०आर०सी०टी०सी० के मध्य अनुबन्ध हस्ताक्षरित।
- देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखण्ड के अल्पज्ञात गंतव्यों के लिए विशेष पर्यटक ट्रेन चलाये जाने की परियोजना।
संवादसूत्र देहरादून:
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की गरिमामयी उपस्थिती में पर्यटन विभाग तथा आई०आर०सी०टी०सी० के मध्य देश के विभिन्न क्षेत्रों से राज्य के अल्पज्ञात गंतव्यों लिए एक स्पेशल पर्यटक ट्रेन प्रारंभ करने के लिए अनुबंध कर लिया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से डा० हरीश रैड़तोलिया, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, तथा आई०आर०सी०टी०सी० की ओर से सुनील कुमार, समूह महाप्रबन्धक द्वारा अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किये गये।
उत्तराखण्ड पर्यटन का यह नूतन प्रयास, भारत के सुदूर इलाकों से सैलानियों को उत्तराखण्ड के विभिन्न अल्पज्ञात दर्शनीय स्थलों तक पहुँचाते में कड़ी का काम करेगा।ट्रेन के संचालन से राज्य के पर्यटन विकास को एक नयी दिशा मिलेंगी।
मंदिरों की यात्रा के साथ शुरू होने वाली प्रथम ट्रेन अप्रैल माह में संचालित किया जाना प्रस्तावित है। भविष्य में तमिलनाडु से कार्तिक स्वामी मंदिर रुद्रप्रयाग, उड़ीसा से जगन्नाथ मंदिर – उत्तरकाशी आदि के लिए भी यात्रा कार्यक्रम बनाए जाएँगे।
इस ट्रेन में 500 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे। ट्रेन के सभी यात्री डब्बे, 2AC हैं साथ ही ट्रेन में भोजन की व्यवस्था भी होगी। यात्रा के दौरान भोजन आदि की व्यवस्थ प्रवास के दौरान होटल, बसों द्वारा भ्रमण, गाईड आदि को टुअर पैकेज के रूप में IRCTC, रेल मंत्रालय, भारत सरकार का उपक्रम है, द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।