Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग में रेस्क्यू का फाइनल फेज, ऑपरेशन में जुटी हैं केंद्र व राज्य की 19 एजेंसियां
उत्तरकाशी। सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अभी 10 से 12 मीटर ड्रिलिंग बची है। जिसके लिए छह-छह मीटर के दो पाइप डाले जाने हैं। हालांकि अभी ऑगर मशीन बंद की गई है। जिसके जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से की बात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की। उन्होंने अंदर फंसे श्रमिक गबर सिंह से फोन पर बात कर उनका हौसला बढ़ाया। बताया कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षित बाहर लाने के लिए यहां पूरी टीम कोशिश कर रही है। सीएम ने श्रमिकों के स्वास्थ्य का हाल पूछते हुए कहा कि बस अब कुछ देर और अपना हौसला बनए रखें। किसी भी तरह की चिंता न करें।
अधिकारी अब फूंक-फूंक कर उठा रहे कदम
ऑपरेशन सिलक्यारा पूरे जोर शोर के साथ आगे बढ़ रहा है। हालांकि अधिकारी अब फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। ड्रिलिंग के दौरान कई बार मशीन में कंपन तेज होने लगी, जिसके चलते मशीन को रोका गया, फिर चेक किया गया। ऐसे में कई खतरे की घंटी महसूस होने लगी। अभी तक अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अगर कोई बड़ी बाधा सामने नहीं आती है तो आज रात तक ऑपरेशन सिलक्यारा को सफलतापूर्वक अंजाम दे दिया जाएगा।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं केंद्र व राज्य सरकार की 19 एजेंसियां
सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र व राज्य सरकार की 19 एजेंसियां जुटी हैं। जिनके बीच समन्वय के लिए केंद्र व राज्य के कई बड़े अधिकारी भी सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं।
दिवाली नहीं मना पाए, ईगास मनाएंगे
सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इन श्रमिकों में उत्तराखंड राज्य के भी दो श्रमिक शामिल हैं। पौड़ी और पिथौरागढ़ राज्यों के यह दिवाली का त्यौहार भले न मना सके हों, लेकिन ईगास पर्व जरूर मनाएंगे। दरअसल, उत्तराखंड राज्य में दिवाली के ठीक 11 दिन बाद ईगास पर्व या बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। पिछले दस दिनों से सुरंग में कैद मजदूरों के लिए शुभ समाचार 11वें दिन बुधवार शाम को आया। मजदूरों को निकालने के लिए ऑगर मशीन से डाला जा रहा पाइप उनके बेहद करीब पहुंच गया है। जिससे सभी को बाहर निकाला जाएगा।
आज शाम तक पूरा हो जाएगा ऑपरेशन सिलक्यारा
एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि आखिरी पाइप को वेल्ड किया जा रहा है। अगर कोई बाधा न आई तो शाम तक ऑपरेशन सिलक्यारा पूरा हो जाएगा। पाइप पार होने के बाद पहले उनके जवान उसका निरीक्षण करेंगे। इसके बाद पहियों वाले स्ट्रेचर से मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा।
सीएम धामी ने बौख नाग देवता से की प्रार्थना
उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बौख नाग देवता से सभी श्रमिकों की कुशलता के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन और रेस्क्यू में जुटी एजेंसियों के अथक प्रयास से जल्द सभी मजदूर सुरक्षित बाहर होंगे।