ऋषिकेश। नगर निगम ऋषिकेश की प्रथम महिला अनिता ममगाईं ने एक बार फिर से नापाक इरादे वालों के मुंह पर तमाचा जड़ा है। उन्होंने साबित किया है कि राह कितनी भी पथरीली हो वसूलों के खड़ाऊ मजबूत हों तो राह आसान हो जाती है। यह दौर तो चुनाव की जीत और शपथ लेने के बाद ही शुरू हो गया था। अनिता ममगाईं ने शहर की बेहतरी, शहर के मुददों और शहर के रसूख के लिए हर स्तर पर प्रयास किए। आंतरिक चुनौतियों को भी उन्होंने बखूभी शानदार हैंडिल किया। कोरोना जैसी महामारी मे उनको धरातल पर देख लोगों ने उनके कर गुजरने की ललक को भी देखा। ऋषिकेश का विकास कैसे हो इसको लेकर उन्होंने राज्य और देश की राजधानी तक की खूब दौड़ लगाई है जो किसी से छिपी नहीं है।
वहीं हाल ही मे सम्पन्न हुए जी 20 के आयोजन के लिए उन्होंने हर सक्षम दरवाजे को खट खटाया। जबकि शहर मे ही भाजपा की आंतरिक गुटबाजी और शहर की कुंठित राजनीती जब जी 20 के ऋषिकेश में आयोजन का असंभव होना बता रही थी तब भी मेयर ने अपने अथक प्रयास नहीं छोड़े। जिसके बाद ऋषिकेश को गंगा आरती मे G-20 के आयोजन की मेजबानी करने का अवसर हासिल हुआ। कह सकते हैं कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ये पंक्ति उन पर सटीक बैठती है हार नहीं मानुंगा,,काल के कपाल पर लिखता…जाउंगा।